प्रश्न - "भारत में जनसंख्या का वितरण असमान है।" विश्लेषण कीजिए।
उत्तर -
भारत की लगभग 76% आबादी उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाकट एवं गुजरात में बसती है।
1. भौतिक कारकों में असमानताएँ : देश में कृषि एवं अन्य आर्थिक क्रियाओं के लिए अनुकूल भौतिक कारकों का वितरण अत्याधिक असमान है। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में उपजाऊ मैदान एवं अनुकूल जलवायु बडी जनसंख्या का पोषण कर सकती है।
2. असमान औद्योगिक विकास : महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक जैसे राज्यों में कृषि के साथ-साथ औद्योगिक विकास भी जनसंख्या, संकेंद्रण का कारण है।
3. विभिन्नता : देश में विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक अवस्थितियों है जिसके वजह से देश में जनसंख्या का वितरण असमान है।
प्रश्न - आर्थिक स्तर की दृष्टि से भारत की जनसंख्या को कितने वर्गों में बांटा जा सकता है
आर्थिक स्तर की दृष्टि से भारत की जनसंख्या को तीन वर्गों में बांट सकते हैं-
1. मुख्य श्रमिक :- वह व्यक्ति जो एक वर्ष में कम से कम 183 दिन काम करता है, मुख्य श्रमिक कहलाता है।
2. सीमांत श्रमिक :- वह व्यक्ति जो एक व्यक्ति जो एक वर्ष 183 दिनों से कम दिन काम करता है सीमांत श्रमिक कहलाता है।
3. अश्रमिक :- जो व्यक्ति बेरोजगार या आश्रित होता है उसे अश्रमिक कहते हैं।
प्रश्न - भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय युवा नीति कब अपनाई गई तथा इसके मुख्य उद्देश्य क्या थे ?
उत्तर -
भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय युवा नीति 2003 में अपनाई गई और इसके मुख्य उद्देश्य थे:-
1. युवाओं व किशोरों के विकास पर बल देना।
2. उनके गुणों का बेहतर मार्गदर्शन देना, ताकि देश के रचनात्मक विकास में वे अपना योगदान दे सकें।
3. युवाओं व किशोरों में देशभक्ति व उत्तरदायी नागरिकता के गुणों को बढ़ाना।
प्रश्न - किशोरों के समक्ष प्रमुख चुनौतियाँ क्या है ?
1. निरक्षरता :- अधिकतर किशोर वर्ग, विशेषतम स्त्रियां निरक्षर हैं। जिसके कारण वह अपने व परिवार के विकास में योगदान नहीं दे पाती।
2. नशा :- अधिकतर किशोर शिक्षा पूरी किए बिना ही विद्यालय छोड देते हैं और औषध वा मदिरापान के कारण रास्ता भटक जाते है। ऐसे लोग समाज के लिए अभिशाप बन जाते हैं और सामाजिक परिवेश को बिगाड़ते हैं।
3. विवाह की निम्न आयुः- विवाह की निम्न आयु उच्च मातृ मृत्यु दर का कारण बनती है। जो आगे जाकर लिंगानुपात को प्रभावित करती है।
4. उचित मार्गदर्शन का अभाव :- किशारों को उचित मार्गदर्शन देने के लिए किसी ठोस कदम का अभाव है। जिस कारण वे मार्ग से भटक जाते हैं।
5. अन्य चुनौतियां :- HIV, AIDS किशोरी माताओं से उच्च मातृ मृत्यु दर आदि।
प्रश्न - जनसंख्या वृद्धि दर का क्या अर्थ है ? भारत की जनसंख्या वृद्धि में बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ से लेकर वर्तमान तक जो चार प्रवृत्तियाँ अवस्थाएँ स्पष्ट दिखाई देती है, उनका वर्णन कीजिए ?
उत्तर -
जनसंख्या वृद्धि दर किसी विशेष क्षेत्र में विशेष समयावधि में होने वाले जनसंख्या परिवर्तन को जब प्रतिशत में व्यक्त किया जाता है उसे जनसंख्या वृद्धि दर कहते हैं।
भारतीय जनसंख्या वृद्धि की चार प्रवृत्तियां -
1. स्थिर वृद्धि की अवधि (1921 से पहले):- 1901 से 1921 की अवधि को भारत की जनसंख्या की वृद्धि की स्थिर अवस्था कहा जाता है, क्योंकि इस अवधि में वृद्धि दर अत्यंत निम्न थी यहां तक कि 1911-1921 के दौरान ऋणात्मक वृद्धि दर रही है। जन्म दर मृत्यु दर दोनों ऊँचे थे जिससे वृद्धि दर निम्न रही।
2. निरंतर वृद्धि की अवधि (1921-1951) :- इस अवधि में जनसंख्या वृद्धि निरंतर बढ़ती गई क्योंकि स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि के कारण मृत्यु दर में कमी आई इसीलिए इस अवधि को मृत्यु प्रेरित वृद्धि कहा जाता है।
3. तीव्र वृद्धि की अवधि (1951-1981) :- इस अवधि को भारत में जनसंख्या विस्फोट की अवधि के नाम से भी जाना जाता है। विकास कार्यों में तेजी, बेहतर चिकित्सा सुविधाएँ, बेहतर जीवन स्तर के कारण मृत्यु दर में तीव्र हास और जन्म दर में उच्च वृद्धि देखी गई
4. घटती वृद्धि की अवधि (1981 से आज तक):- 1981 से वर्तमान तक वैसे तो देश की जनसंख्या की वृद्धि दर ऊँची बनी रही है परन्तु इसमें धीरे-धीरे मंद गति से घटने की प्रवृत्ति पाई जाती है। विवाह की औसत आयु में वृद्धि, स्त्रियों की शिक्षा में सुधार व जनसंख्या नियन्त्रण के कारगर उपायों ने इस वृद्धि को घटाने में मदद की है।
प्रश्न - भारत में चार प्रमुख भाषा परिवार कौनसे हैं?
उत्तर -
1. भारतीय - यूरोपीय (आर्य)
2. द्रविड़
3. ऑस्ट्रिक
4. चीनी - तिब्बत
प्रश्न - जनसँख्या घनत्व से क्या अभिप्राय है? जनसँख्या वितरण को प्रभावित करने वाले भौतिक कारण बताओ ?
प्रति इकाई क्षेत्र में रहने वाले लोगों की संख्या को जनसँख्या घनत्व कहा जाता है 2011 की जनगणना के अनुसार भारत का जनसँख्या घनत्व 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है
जनसँख्या वितरण को प्रभावित करने वाले भौतिक कारक
1. जलवायु - लोग ऐसी जलवायु में बसना पसंद करते हैं जो न तो बहुत गर्म हो और ना ही बहुत ठंडी होते हैं।
2. जल - लोग ऐसी जगह में बसना पसंद करते हैं जहां जल आसानी से उपलब्ध हो । इसीलिए जितनी भी सभ्यताएँ हुई है सभी किसी नदी के किनारे मिलती है
3. मृदा - लोग ऐसी जगह में बसना पसंद करते हैं जहां की मृदा उपजाऊ हो । उपजाऊ मृदा वाले हिस्सों में खेती अच्छी होती है उदाहरण - उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा
प्रश्न - बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं' सामाजिक अभियान भारत सरकार द्वारा समाज में स्त्रियों की स्थिति को मजबूत बनाता है। कथन की व्याख्या कीजिए
उत्तर -